तेरे बिन मुझे नींद न आए गा के लोरी सुला जा मां अपनी ममता की गोदी में झूला मुझे झुला जा मां पहले तो मैं जब भी बुलाता झट तुम दौड़ी आती थी आकर मेरे सामने तुम मन्द मन्द मुस्काती थी वही अपना मुस्काता चेहरा दिखला जाओ दोबारा मां अपनी ममता की-------------- हर पल तुम्हें बुलाऊँ मैं तो क्यों न सामने आती हो जानता हूं मैं मां तुम मुझ को झूठ मूठ तड़पाती हो खत्म करो अब छुपा छुपाई तुम जीती मैं हारा मां अपनी ममता की------------- मां के बिना जग में बच्चों का दूजा कोई न बने सहारा रिश्ते तो लाखों हैं होते पर मां सा न हो कोई प्यारा तभी तो रब का रूप है कह कर देवी देव पुकारा मां अपनी ममता की------------- अमित कादियां #shayri amit