नज़ारा बहुत लजीज था लेकिन आँखों की आधी खुराक मोबाइल खा रहा था पत्ते सूख गए थे उस पेड़ के लेकिन छाँव वो पहले जैसी दे रहा था... -मिथिलेश बारिया ©VED PRAKASH 73 #गोल_चबूतरा