गम हमसे मिले तो खुशी की तरह लगे सीने से मेरे दिलनशी की तरह मुझे आंखों से ओझल कर ना सके आकर ठहर गए जिंदगी की तरह हम किससे करें बयां हाल-ए-दिल गम होंठो पे सजे हैं हसीं की तरह खबर मेहबूब की कोई लता नहीं वो दूर है आसमां से जमीं की तरह उनसे बिछड़कर मर ना जाए कहीं इश्क आंखों में रहता नमी की तरह दर्द सीने में जबसे रहने लगा ओजस हम इंसा ना रहे लोग सभी की तरह ©ओजस" Zakir Ul Hussain cutar Akram❤ Love Arun Sharma Madhu Chauhan✍️