हमारे आनंद की कुंजी हमारे मस्तिष्क में ही है तो उस कुंजी तक पहुँचने की मुख्य बाधाएं भी हमारे मस्तिष्क में ही है उस आनंद की कुंजी तक पहुँचने के लिए हमें सकारात्मक गुण विकसित करना होगा हमारे भीतर मौजूद सकारात्मक गुणों में सबसे महत्वपूर्ण करुणा है जीवन में सहनशीलता धैर्य संतोष संयम और उदारता अपनाएं... -वेद प्रकाश ©VED PRAKASH 73 #सूत्र