Nojoto: Largest Storytelling Platform

अपनों के भीड़ में न जानें क्यों, वो सभी लोग अजनबी

अपनों के भीड़ में न जानें क्यों,
 वो सभी लोग अजनबी निकलें!

भरोसा था मेरा जीन पर,वो लोग 
भी बहुत बड़े मतलबी निकलें!

शरण दी मैंने जिन्हें अपने आशियाँ में,
मेरा आशियाँ जलाकर वही लोग निकलें। #NojotoQuote #अपनों के #भीड़ #में #नजानें #क्यों,
#वोसभी #लोग #अजनबी #निकलें!

#भरोसा था मेरा #जीनपर,#वोलोग 
भी बहुत बड़े #मतलबी #निकलें!

#शरण #दीमैंनेजिन्हें #अपनेआशियाँ में,
#मेराआशियाँ #जलाकर #वहीलोगनिकलें।
अपनों के भीड़ में न जानें क्यों,
 वो सभी लोग अजनबी निकलें!

भरोसा था मेरा जीन पर,वो लोग 
भी बहुत बड़े मतलबी निकलें!

शरण दी मैंने जिन्हें अपने आशियाँ में,
मेरा आशियाँ जलाकर वही लोग निकलें। #NojotoQuote #अपनों के #भीड़ #में #नजानें #क्यों,
#वोसभी #लोग #अजनबी #निकलें!

#भरोसा था मेरा #जीनपर,#वोलोग 
भी बहुत बड़े #मतलबी #निकलें!

#शरण #दीमैंनेजिन्हें #अपनेआशियाँ में,
#मेराआशियाँ #जलाकर #वहीलोगनिकलें।