मै आँख बंद करता हूँ तो कहीं चूड़ी की खन-खन सुनाई देती है, मैं साँस लेता हूँ तो कहीं कोई पायल झँकार भरती है ; पूरक ऐसा है कोई इस जहाँ में "आफताबी" का, मैं "रेगिस्तान" सा धधकता हूँ तो कहीं कोई "पंजाब" सी शीतलता भरती है ! "आफताबी" जी..😜😜 #love #shayari #mohabbat #life #yqdidi #yqbaba #poetry #surajaaftabi