कि लड़ते वक्त भी वह इंकलाब का नाम ले रहा था , मानो वतन की मोहब्बत का जाम ले रहा था , अकेले ही दुश्मनों से लोहा सरेआम ले रहा था .. अनकहें_एहस़ास #bhagatsingh #Inquilab