बुढ़ा हो रहा शज़र पत्ते ना सही परिन्दें का है साथ,, किसी को दे रहा छाव ना सही पर किसी की तो बढ़ा रहा है आस.. ✍️ الفاظ ے جمشید ✍️ (kku@) ©Jamsheed Safeer #for_all_abbu #jamsheed_dairy #jamsheedthought