मिलते-बिछड़ते, रुकते-चलते तुम एक किस्सा बन गये, आज हो तुम इस कदर 'शामिल' मेरी जिंदगी का एक हिस्सा बन गये, नापाक इरादो को पाक जज्बातो से धोया, मै हसा भी खूब खूब मै रोया, धुप-छाव, दिन-रात मे भी तुम साथ चले, गम हो या खुशी तुम साथ रहे, #shamil