Nojoto: Largest Storytelling Platform

#Pehlealfaaz एक राज्य में राजा राज्य करता था । जो

#Pehlealfaaz एक राज्य में राजा राज्य करता था । जो दो भाई थे। एक बार राज्य में अकाल पड़ गया। सभी लोग अनाज और धन को तरसने लगे सब धन खत्म होने के बाद राजा ने निर्णय लिया कि कहीं बाहर निकलना चाहिए। उसके 5 पुत्र थे वह अपने पांचों पुत्रों को लेकर व्यवहान जंगल में चल पड़ा। चलते चलते वह एक बहुत बड़े वृक्ष के नीचे रात में ठहर गए। राजा ने अपने पांच पुत्रों और उनकी पत्नियों से कहा कि तुम विश्राम कर लो। मैं पहरा देता हूं। आधी रात होने पर एक राक्षस पेड़ से नीचे आया और बोला आज तो बहुत मजा आएगा पेट भर कर खाना मिल जाएगा इतने में सभी की आंखें खुल गई राजा राक्षस से बोला कि तुझे अभी मजा चकाहता हूं उसने अपने पुत्रों को आज्ञा दी कि जाओ कहीं से रस्सी का इंतजाम करो पुत्र रसियो का इंतजाम करने के लिए चले गए और फिर उनकी पत्नियों से कहा कि तुम लोग पानी का इंतजाम करो पत्नियां भी आज्ञा अनुसार पानी लेने के लिए चली गई। राक्षस राजा से बोला कि तुम रस्सी और पानी क्यों मंगा रहे हो। राजा ने हंसकर जवाब दिया कि मैं रस्सी से तुझे बांध लूंगा और गड्ढा खोदकर उसमें पानी डालकर तुझे दफना दूंगा राक्षस ने देखा कि जब उसकी पुत्र और उनकी पत्नियां इतनी आज्ञाकारी है तो यह सच में मुझको ऐसा कर देगा राक्षस डर गया। और कहने लगा कि मुझे माफ कर दो मैं आपको कुछ नहीं कहूंगा। राजा ने कहा नहीं अब तू नहीं बच पाएगा।राक्षस ने कहा कि अगर मैं अपनी जान के बदले कुछ आपको दे दूं तो क्या आप मुझे माफ कर दोगे। राजा बोला हां क्यों नहीं तुम्हें माफ कर दिया जाएगा बताओ क्या बात है। राक्षस बोला कि जिस पेड़ के नीचे तुम बैठे हो ठहरे हो उसके नीचे बहुत सारा सोना चांदी है। जिसकी रक्षा कालिया नाग करता है उसको निकालकर यहां से ले जाओ और यहां से जल्दी चले जाना यहां  कालिया नाग सोना चांदी की हिफाजत करता है वह तुमको डस लेगा। मुझे माफ कर दो राजा ने कहा ठीक है जो आप कहते हो वह सही है तभी राजा के पुत्र और उनकी पत्नियां सामान लेकर आ गई राजा ने कहा कि सभी लोग यहां पर गड्ढा खोदना शुरू कर दो सभी लोग अपने काम में व्यस्त हो गए तब वहां से सोना चांदी निकालकर अपने राज्य की और वापस चले गए । राजा के छोटे भाई को पूरी कहानी के बारे में पता लगा कि मेरा बड़ा भाई कुछ सोना चांदी किसी पेड़ के नीचे से खोज कर लाया है। क्यों ना हमें भी चलना चाहिए उसके भी 5 पुत्र और उनकी पत्नियां थी। वह भी  वयवाहन जंगल में सोने चांदी की तलाश में उस वृक्ष के नीचे पहुंच गया और उस पेड़ के नीचे जाकर विश्राम के लिए अपना ढिया जमा दिया। रात को फिर राक्षस उसी तरीके से नीचे आया और कहने लगा कि वह लोग तो बच गए थे आज मैं भूख इन से मिटा लूंगा। राक्षस हंसने लगा तभी सभी की आंखें खुल गई और सब लोग डर गए तब राजा ने कहा कि बेटा उठो और कहीं से रस्सी का इंतजाम करो तो उसके पुत्र बोले कि पिताजी इतनी रात में हम कहां से रस्सी का इंतजाम करेंगे राजा फिर अपनी बहुओं से बोला कि तुम लोग जाओ और पानी का इंतजाम करो । इतने में बहुओं ने भी बोला कि हम लोग रात में कहां पानी का इंतजाम कर सकते हैं। इतनी रात को हम कहीं नहीं जा सकते। तब राक्षस जोर जोर से हंसने लगा कि जो पहले राजा आया था उसके पुत्र और उनकी पत्नियां आज्ञाकारी थे और आज्ञा अनुसार वह लोग चले गए थे और तेरे पुत्र और उनकी पत्नियां तो आज्ञाकारी ही नहीं तू क्या मुझे मारेगा आज तो मैं अपनी भूख तुझी से मिटा लूंगा हा हा हा हा हा तभी वहां पर जो सोना चांदी की रक्षा करने वाला कालिया नाग आ गया उस कालिया नाग ने कुछ लोगों को डस लिया और कुछ लोगों को राक्षस ने निगल लिया।
तो दोस्तों इस कहानी से पता लगता है कि हर किसी को आज्ञाकारी होना चाहिए जो किसी की आज्ञा का पालन नहीं करता वह हमेशा कायर होता है। और उसकी पराजय होना निश्चित है।
कैसी लगी आपको यह कहानी कमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद। #Pehlealfaaz आज्ञाकारी पुत्रों की कहानी
#Pehlealfaaz एक राज्य में राजा राज्य करता था । जो दो भाई थे। एक बार राज्य में अकाल पड़ गया। सभी लोग अनाज और धन को तरसने लगे सब धन खत्म होने के बाद राजा ने निर्णय लिया कि कहीं बाहर निकलना चाहिए। उसके 5 पुत्र थे वह अपने पांचों पुत्रों को लेकर व्यवहान जंगल में चल पड़ा। चलते चलते वह एक बहुत बड़े वृक्ष के नीचे रात में ठहर गए। राजा ने अपने पांच पुत्रों और उनकी पत्नियों से कहा कि तुम विश्राम कर लो। मैं पहरा देता हूं। आधी रात होने पर एक राक्षस पेड़ से नीचे आया और बोला आज तो बहुत मजा आएगा पेट भर कर खाना मिल जाएगा इतने में सभी की आंखें खुल गई राजा राक्षस से बोला कि तुझे अभी मजा चकाहता हूं उसने अपने पुत्रों को आज्ञा दी कि जाओ कहीं से रस्सी का इंतजाम करो पुत्र रसियो का इंतजाम करने के लिए चले गए और फिर उनकी पत्नियों से कहा कि तुम लोग पानी का इंतजाम करो पत्नियां भी आज्ञा अनुसार पानी लेने के लिए चली गई। राक्षस राजा से बोला कि तुम रस्सी और पानी क्यों मंगा रहे हो। राजा ने हंसकर जवाब दिया कि मैं रस्सी से तुझे बांध लूंगा और गड्ढा खोदकर उसमें पानी डालकर तुझे दफना दूंगा राक्षस ने देखा कि जब उसकी पुत्र और उनकी पत्नियां इतनी आज्ञाकारी है तो यह सच में मुझको ऐसा कर देगा राक्षस डर गया। और कहने लगा कि मुझे माफ कर दो मैं आपको कुछ नहीं कहूंगा। राजा ने कहा नहीं अब तू नहीं बच पाएगा।राक्षस ने कहा कि अगर मैं अपनी जान के बदले कुछ आपको दे दूं तो क्या आप मुझे माफ कर दोगे। राजा बोला हां क्यों नहीं तुम्हें माफ कर दिया जाएगा बताओ क्या बात है। राक्षस बोला कि जिस पेड़ के नीचे तुम बैठे हो ठहरे हो उसके नीचे बहुत सारा सोना चांदी है। जिसकी रक्षा कालिया नाग करता है उसको निकालकर यहां से ले जाओ और यहां से जल्दी चले जाना यहां  कालिया नाग सोना चांदी की हिफाजत करता है वह तुमको डस लेगा। मुझे माफ कर दो राजा ने कहा ठीक है जो आप कहते हो वह सही है तभी राजा के पुत्र और उनकी पत्नियां सामान लेकर आ गई राजा ने कहा कि सभी लोग यहां पर गड्ढा खोदना शुरू कर दो सभी लोग अपने काम में व्यस्त हो गए तब वहां से सोना चांदी निकालकर अपने राज्य की और वापस चले गए । राजा के छोटे भाई को पूरी कहानी के बारे में पता लगा कि मेरा बड़ा भाई कुछ सोना चांदी किसी पेड़ के नीचे से खोज कर लाया है। क्यों ना हमें भी चलना चाहिए उसके भी 5 पुत्र और उनकी पत्नियां थी। वह भी  वयवाहन जंगल में सोने चांदी की तलाश में उस वृक्ष के नीचे पहुंच गया और उस पेड़ के नीचे जाकर विश्राम के लिए अपना ढिया जमा दिया। रात को फिर राक्षस उसी तरीके से नीचे आया और कहने लगा कि वह लोग तो बच गए थे आज मैं भूख इन से मिटा लूंगा। राक्षस हंसने लगा तभी सभी की आंखें खुल गई और सब लोग डर गए तब राजा ने कहा कि बेटा उठो और कहीं से रस्सी का इंतजाम करो तो उसके पुत्र बोले कि पिताजी इतनी रात में हम कहां से रस्सी का इंतजाम करेंगे राजा फिर अपनी बहुओं से बोला कि तुम लोग जाओ और पानी का इंतजाम करो । इतने में बहुओं ने भी बोला कि हम लोग रात में कहां पानी का इंतजाम कर सकते हैं। इतनी रात को हम कहीं नहीं जा सकते। तब राक्षस जोर जोर से हंसने लगा कि जो पहले राजा आया था उसके पुत्र और उनकी पत्नियां आज्ञाकारी थे और आज्ञा अनुसार वह लोग चले गए थे और तेरे पुत्र और उनकी पत्नियां तो आज्ञाकारी ही नहीं तू क्या मुझे मारेगा आज तो मैं अपनी भूख तुझी से मिटा लूंगा हा हा हा हा हा तभी वहां पर जो सोना चांदी की रक्षा करने वाला कालिया नाग आ गया उस कालिया नाग ने कुछ लोगों को डस लिया और कुछ लोगों को राक्षस ने निगल लिया।
तो दोस्तों इस कहानी से पता लगता है कि हर किसी को आज्ञाकारी होना चाहिए जो किसी की आज्ञा का पालन नहीं करता वह हमेशा कायर होता है। और उसकी पराजय होना निश्चित है।
कैसी लगी आपको यह कहानी कमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद। #Pehlealfaaz आज्ञाकारी पुत्रों की कहानी

#Pehlealfaaz आज्ञाकारी पुत्रों की कहानी