नाराज नही हूँ , ए दोस्तो बस कुछ शादियों में जीमने में मशरूफ हूँ। भुला नही किसी को ए मेरे दिल एजिजो बस कुछ रिश्तो को निभाने में मशरूफ हूँ।। आप और मैं रस्सी के दो सिरे