श्रीरामचरितमानस से रामराज्य चित्रण की एक चोपाई- राम राज बैठे त्रेलोका, हर्षित भए गए सब सोका! बयरुनकर काहू सन कोई, रामप्रताप विषमता खोई!! अर्थात-श्रीरामचंद्र जी के राज्य पर प्रतिष्ठित होने पर तीनों लोक हर्षित हो गए, लोगों के शोक दुःख चले गए!कोई किसी से बैर नहीं करता श्रीरामचंद्र जी के प्रताप से सबकी विषमता (भेदभाव)मिट गई! रामराज्य