लिखकर जुबाँ की बात को, कोई कह जाता है, किसी को देख आंखों से, ये दिल भी घबराता है, करता फिकर कोई दूर रह कर भी, जुदा होकर, कोई बेवजह ही आंख से आंसु बहाता है, वो चाहे प्यार हो, चाहे हो नफ़रत, एक जैसी है जितना भूलना चाहो वो अक्सर याद आता है ©Senty Poet #nojato #Agarwal #Sa #Ka #Love #pyaar #Dhokha #Shayar #pen