सिंधु बार्डर पर बैठा है सिंधु सभ्यता का परिचायक राजनीतिज्ञ मोहनजोदड़ों हड़प्पा सी खुदाई कर रही नाहक। क्या सिंधु घाटी लिपि सा है ये बिल जो पढ़ा नहीं है जाता समझना नहीं चाहते या समझाया जा नहीं सकता आखिर कैसी है ये सियासत। जो प्रावधान किसानों के हित में नहीं उन्हें लिखित में हवाला देकर वार्तालाप करो। जो लाभ रहे गये तीनों कानूनों में उन्हें लागू करवाओ तुम फटाफट। सिंधु बार्डर पर बैठा है सिंधु सभ्यता का परिचायक राजनीतिज्ञ मोहनजोदड़ों हड़प्पा सी खुदाई कर रही नाहक। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ किसान आंदोलन कृषि बिल