असम बाहर corona बन बैठा काल है अंदर पानी का भनायक तांडव है मर रहा यहाँ हर पल है कोई बह रहा अगले पल किसी का शव है कोई हमें बचा लो media वालों थोड़ा हमें भी दिखाओ चिल्ला चिल्ला के सूख गया गला हमारी तकलीफ़ कभी तो सुनाओ किसी हस्ती के पीछा छोड़ो कीमती हमारी भी जान है एक बार देख तो लो हमारी तरफ आखिर हम भी तो इंसान है थोड़ी मदत करो हमारी मर रहे इस तरह क्यों हम है ज़रा आँखें खोल के देख लो डूब रहा यह असम है A poem for the people of Assam #assam