उम्मीद की रोशनी पहले आती थी चांदनी बनकर अब घरों में ही रहकर उजाला हो चला है जीने का अंदाज़ अब इतना सख़्त हो गया है शायद चांद का जाने का अब वक़्त हो गया है -Internet Jockey शायद चांद के जाने का अब वक़्त हो चला है #8May