है हमारे शब्द ही हमारी ढाल।कोई कोशिश करे ,या चले कोई चाल।इस कलम को ही बनाई तलवार।खाली जाएगा नहीं कोई वार।तो पहला काम है बनाएं अपनी पीढ़ी होशियार।हम शिक्षक हैं तैयार। Being teacher......