हमारी मुलाकातों का दौर कुछ ऐसा था तुम कुछ पागल se थी मैं कुछ बुद्धू सी थी तुम मुझे ज्ञान दिया करती थी मैं उस ज्ञान से भागा करती थी टोम और जेरी जैसी हमारी जोड़ी थी मैं तुम्हें हमेशा मात दिया करती थी तेरे नखरों को अनाजों से उठाया करती थी साइकिल ट्रैक पर तुझे दौड़ाया करती थी तेरे बनाए हुए हर प्लान को कैंसिल किया करती थी और सॉरी बोल कर हमेशा निकाल लिया करती थी I love you बिंदु Friends birthday