मैं तेरे शहर में आया तो खिले गुल मुझमें, औऱ तेरे शहर से लौटे तो बिया बान हुआ, क़्या मिला हम्हें मोहब्बत में जुनूँ करते हुए, मैं परेशान हुआ तू भी परेशान हुआ...!! Shahar