भरोसा अब कहाँ उनको,मेरे ऐतबार पर है, मतलब जीत का उनकी, मेरी हार पर है। बे-जान ज़िस्म जां भी खामोश हो चली है, रो रहा इश्क़ है,अब दिल की मज़ार पर है, ©gustakhiyaan भरोसा अब कहाँ उनको,मेरे ऐतबार पर है, मतलब जीत का उनकी, मेरी हार पर है। बे-जान ज़िस्म जां भी खामोश हो चली है, रो रहा इश्क़ है,अब दिल की मज़ार पर है, ©gustakhiyaan