आज लो का अँधियारे से सामना था दिया जब बुझ रहा था तब हवाओं को थामना था दिये को जलाना था तब तेल का नामोनिशान ना था मगर चिंगारी थी बेखोफ दिशा का उसको ज्ञान ना था उसे तो लो को रोशन करना था मौसम भी सुहावना था आज लो का अँधियारे से सामना था । क्षण भर के उजाले हेतु ईश्वर को पुकारा उसने मौसम को धिक्कारा उसने गड़गड़ा के तब चमकी बिजली टूट पड़ी वो अँधियारे पे भटक रहे तिनको को सुलगा गयी धधक उठी फिर अंतर ज्वाला बिना दिये के ईश्वर ने सब कुछ रोशन कर डाला । #ravikirtikikalamse #ravikirti_poetry #ishvarkishakti #andhiyara #jwala #ujalajindagika #bijalikadke #chingari