उसकी यादों में फँसकर, मैं लिखना भूल गया हूँ, सूरत में नूर नही है बाकी, मैं दिखना भूल गया हूँ, जर्रा-जर्रा चुनकर मैंने, नाम कमाया था यहाँ मैंने, जाया होकर प्यार के लिए, मैं बिकना भूल गया हूँ..!! 🥰minaक्षी goyaल😇