amritapritam ©Neha Pant Nupur अमृता प्रीतम का जिक्र न सिर्फ साहिर और इमरोज के लव ट्राएंगल तक मथा जाना चाहिए वरन इसके बहुत अलग वो खुद क्या थी– महान शख्सियत, बेहद बेबाक साहित्यकार । अमृता प्रीतम की असल पहचान थी उनकी कलम से निकली वो किस्से कहानियों जो स्त्री मन को बेहद ख़ूबसूरती से टटोलती थीं । पिंजर से हम सभी वाकिफ हैं । अमृता वह पहली महिला थीं, जिन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला और साथ ही साथ वे पहली पंजाबी महिला थीं, जिन्हें 1969 में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया। अमृता सिर्फ अमृता थी । उनके नाम के साथ हर बार किसी और के नाम की तुरपाई करना इतना भी जरूरी नहीं है ।❤️ यह एक शाप है, यह एक वर है और जहाँ भी