लिखेंगे हम इंसानियत की एक अलग पहचान, अब क्या मुद्दा बचेगा वोट के नाम, हम तुम ना बदलेंगे भाई-चारे के साथ, रहने दो दिलो में प्यार मंदिर हों या मस्जिद हमें नहीं ऐतराज, चलो जीते हैं हम बस एक देश में एक देशभक्ति के साथ।। अयोध्या की अजीब कहानी हैं .. सदियो पुरानी एक निशानी हैं, मंदिर-मस्जिद दोनो में उलझी, वो सियासत की चाल पुरानी हैं।। इंसानियत को चुर चुर कर देने वाली कैसी ये हिस्सेदारी हैं?? राम-रहीम में उलझी उलझन ये सरकारी हैं, किसी को वोट किसी को नाक बचानी हैं ।#nojoto#kjl#angel#poem#quotes#stories#shayari#