"जनता" ये समय बड़ा अजीब, सा चल रहा है! इस महामारी में हार रहा, एक साधारण सा व्यक्ति है! सरकारों द्वारा समय पूर्व ही, दिया जा रहा राशन है! बढ़ती तकलीफे है इस आम जनता की, कहीं दोबारा तो Lockdown नहीं लगाया जा रहा है! पूछती है जनता सरकारों से, हमारे लिए क्या क्या उपाय किया जा रहा है! क्यों चुनाव प्रचारों में, इतनी भीड़ को इकट्ठा किया जा रहा है! एक ओर तो कड़ा प्रतिबंध, दूसरी ओर रैलियों का गुणगान किया जा रहा है! तुझको समझना होगा है शक्तिशाली जनता, कहीं तेरे बच्चों का भविष्य दांव पर तो नहीं लगाया जा रहा है! ©DEEPAK PRAJAPAT जनहित