White अच्छाई और बुराइ हर इंसान के अंदर होती है। एक बार एक महात्मा ने सफेद पेपर एक दीवार के ऊपर चिपकाया और उस पर एक काली डोट लगा दी और लोगों से पूछा कि बताओ तुम्हें इसमें क्या दिखाई दे रहा है? लोगों ने कहा कि हमें काली डोट दिखाई दे रही है। इस पर महात्मा ने कहा बड़ी अजीब बात है । तुम्हे इतना बड़ा सफेद पेपर नहीं दिखाई दिया जो तुम्हे काली डोट दिखाई दी, लोग बड़े शर्मिंदा हुए, महात्मा से माफी भी मांगी। महात्मा का कहना था यही आज की सच्चाई है। इंसान की अच्छाइयां किसी को नज़र नहीं आती, लेकिन उसकी एक छोटी सी ग़लती उसको पकड़ कर उनमें बुराइयां नज़र आने लगती है और यही आज की वास्तविकता भी है ©Gaurav pawar #Sad_Status अच्छाई और बुराइ हर इंसान के अंदर होती है।