मै अब शिकायत नहीं करती भले ही बहुत सवाल है मैंने अब अपनी नजरों को फेरना सीख लिया है मैंने खुद को अकेले ही भीड़ में घेरना सीख लिया है मैं अब मुंह बोले रिश्तो के लिए खुद को टटोल टी नहीं हूं मैंने लोगों को उनकी हदो में .......... उनकी सजा के खातिर छोड़ दिया है........ hado... m....