आशायें भी बड़ी अजीब होती है ज़माना हक़ीक़त से लाख बार तार्रुफ़ कराए...... फिर भी मासूमियत सी चहक लिए आस्मां फ़तेह कर ही लेती हैं....... ©Nitisha Sharma dream to touch sky #TakeMeToTheMoon