पल्लव की डायरी जब महसूस मुझे होता है रंग मंचो पर अदाकारी से लुभाता हूँ तुम सबका चाल चरित्र पर्दो पर दर्पण बन कर दिखाता हूँ मे्रे नगमे और कुछ नही व्यथा कथा तुम सबकी गाता हूँ मेरा इसमें कुछ भी नही सिर्फ सुर ताल और लय अपनी बनाता हूँ प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Rajkapoor सिर्फ सुर ताल लय अपनी बनाता हूँ