मैं हिन्दी हूँ, हाँ मैं वही हिन्दी हूँ, जो वैसे तो पूरे देश मे बोली जाती हूँ, पर अफसोस कुछ मौको पर बड़ी निर्लज्जता से अंग्रेजी के साथ तोली जाती हूँ, मैं हिंदी हूँ मुझमे अहसास होता है, यूहीं नहीं माँ शब्द, मम्मी से खास होता है, अजी Good Morning से दिन की शुरुआत होती है, नमस्ते का कोई अस्तित्व ही नहीं, पर सुनियेगा मेरी बात फिर से हिंदी बिना व्यक्तित्व ही नही, याद है मुझे अतीत मेरा, लोग मुझ पर गर्व किया करते थे, आजादी के तरानों के साथ मेरा नाम लिया करते थे, फिर क्यों आज मेरी बात अनसुनी कर दी जाती है, मैं दूर कर दी जाती हूँ और मेरे स्थान पर अंग्रेजी इठलाती है, मेरी विनती है मुझे असहाय न बनाओ, चंद किस्से मेरे शब्दों के सुनाओ, मेरी संकुचित होती जड़े सम्मान पाना चाहती हैं, खो गयी है जो कई भाषाओं के बीच, फिर से वो पहचान पाना चाहती है.. #हिंदी दिवस# ©Sarah Moses #sunrays Manish Raj maurya shudhanshu sharma B Ravan Shahab