इक ख्वाब और इक अक्स कितना फर्क है ना दोनों में, कि इक हैं कि अचानक आ जाता हैं। और दुसरा है कि बस रह जाता है।। ।। इस युग का मिर्जा गालिब।। 📝📝📝 #अक्स#ख्बाब