कदम जब चूम ले मंजिल तो जज्बा मुस्कुराता है दुआ लेकर चलो मां की तो रस्ता मुस्कुराता है क्या नाराज मां को और बच्चा हस्के यह बोला अरे यह मां है मियां मां का तो गुस्सा मुस्कुराता है फरिश्तों ने कहा आमाल का संदूक क्या खोलूं दुआ लाया है मां की इसका तो बक्सा मुस्कुराता है hafiz nihaal raja