ज़िन्दगी पल पल गुज़र रही है... और हम न जाने कहाँ खोये है... हिजर की प्यास में क़तरा भी बहुत होता है दीद के वास्ते एक लम्हा भी बहुत होता है जिन के मिलने की नहीं दूर तक कोई उम्मीद उन के खो जाने का हादसा भी बहुत होता है जिन के खो जाने पे खो जाती हैं सब होश -ओ -हवास उन के मिल जाने का नशा भी बहुत होता है