हौसलों से बुलंदियों को छूना आसान है। गर थाम लो दामन खुशी का तो हर मुश्किल आसान है फिर क्यों नाउम्मीदीयों में जीना है?? क्यों रो रो के पलके भिगोना है?? और कौन कहता है हमने कुछ पाया नहीं है?? क्या हमने हसलों से परिस्थितियों को हराया नहीं है? जिंदगी जीने का सबब ये मुश्किलें ही तो सिखाती हैं और हर बुरा वक्त हमें थोड़ा और निखार जाती है। तो मुस्कुराइए क्योंकि जिंदगी मुस्कुराने के लिए ही बनी है, फिर नाउम्मीदीयों में क्यों जीना जब हौसलों की न्यू पे बुलंदियों की इमारत खड़ी है।। जब हमारे पास कुछ नहीं होता तो एक उम्मीद होता है, तो बस उसी उम्मीद को जुबान दी है ❤❤ #mahadev #yourquotebaba #yourquotedidi #myfeelings #sumansingh