Nojoto: Largest Storytelling Platform

जोकर हंसना-हंसाना लोगो के दिल बहलना पेशा मेरा। हंस

जोकर
हंसना-हंसाना लोगो के दिल बहलना पेशा मेरा।
हंसता है चहरा रोता रहता दिल,हाल ऐसा मेरा।
ढीली-ढाली वेश-भूषा,सर पे टोपी,लब पे हंसी।
रख दिल पे पत्थर बिखेरी हंसी तो दुनियां हंसी।
छुपाकर रखता दर्द को,फिर भी झलक जाते है।
संभाल के रखता आंसू,फिर भी छलक जाते है।
रोता गमें आंसू तो जमाने समझते अदाकारी है।
कटती न ज़िंदगी यूंही,हुए वक्त के पल भारी है।
देख कर मेरा हाव भाव,नाम रख दिया जोकर।
हंसाते आएं जमाने को,खुद को रुला रुलाकर।
JP lodhi 20/04/2022

©J P Lodhi.
  #jokar 
#nojotowriters 
#Nojotonews
#nojototeam 
#Nojotoenglish
#Nojotohindi
#poetry