आओ बैठो यहां मसकन को सवांरा जाय ज़िन्दगी के शिक़वे गिले आपस में सुधारा जाय कई उम्र तो जिया हमने ग़फ़लतो के साये में एक उम्र के ख़ातिर अब संगम भी बनाया जाय ✍️अली आलवी"अल्फ़ाज़" #google#twitter#Alialvialfaaz