क्यो अनजाने मे हम अपना दिल गवा वैठे उनसे हम अब क्

 क्यो अनजाने मे हम अपना दिल गवा वैठे 
उनसे हम अब क्या शिकवा करे क्योकि गलती हमारी ही थी क्यो हम वेदिल इंसान से दिल लगा बैठे ।
 क्यो अनजाने मे हम अपना दिल गवा वैठे 
उनसे हम अब क्या शिकवा करे क्योकि गलती हमारी ही थी क्यो हम वेदिल इंसान से दिल लगा बैठे ।