बचपन और शैतानी बचपन और शैतानी तब थी बड़ी नादानी न कोई चिंता थी न कोई फिकर ही थी बस चाहत तो छोटे छोटे सपनो की थी जिनको पूरा करने के लिए हम बड़े हो गए छोटे सपने खोकर हम जिम्मेदारियों के हो लिए। #bachpan /badappan 🙄