ये दोस्ती के धागे अदृश्य डोर से बाँधे मिलें जब हम दोस्त सभी वक्त भी ये जोर से भागे ये दोस्ती के धागे राजदार हम एक दूसरे के सारी बदमाशियां हम साथ ही करें रूठ जाते जो हम कभी लास्ट बेंच पर भागे ये दोस्ती के धागे सारी सहेलियां नाचे उन पर कविता हम सुनावे मिलकर करें हँसी ठिठोली ये दोस्ती के धागे तमऩ्ना मेरी उम्मीद की जागे पक्की यारी सब पर भारी दोस्तों को गले लगा के अनोखे हैं ये दोस्ती के धागे ©®करिश्मा राठौर #Dosti #nojohindi #nojoyopoetry #nojotofriendship #nojotapp Amit Thakur Aniket Mishra Anshula Thakur Anshu writer Rakesh Soni