इर्ष्या की जननी है भेदभाव जब ये ईर्ष्या अपने उफान पर होती है तोह ये आंदोलन बन जाती है। ईर्ष्या यदि भावनाओ या अंधविस्वास में जाए तोह वही दम तोड़ देती है। याद रखे ना भेद भाव करे ! ना ही करने दे! पारिवारिक भेदभाव घर को बर्बाद कर के दम लेता है!! ©Rohit Gour #familylove #lonylnees