वैसे तो हम तीसरी चौथी बार मिले थे पर लग रहा था जैसे..कोई सदियों पुराना रिश्ता हो। नज़र के सामने तो पूरी दुनिया थी पर... हर शख्स में जैसे तू ही बसता हो। मंजिल तो तुझे ही माना था..भले सामने कैसा भी रास्ता हो। #मंजिल #रास्ता #तु #nojoto