हैं दुआएं कई सारी, एक साथ सभी को लाऊं तो कैसे। खूबियां हैं हजारों अब कहो, तुम्हें सभी बताऊं तो कैसे। मिले उम्र सूरज सी और चांदनी सी जिंदगी, अब खुद जो हो आफताब उसे दीपक दिखाऊं तो कैसे। रहें खुश आप सदा ना हो कोई दिक्कत, अरे हिम्मत नहीं जिस दिक्कत की जो करे परेशान आपको उसके ना आने का ख्वाब दिखाऊं तो कैसे। मंजिल मिले जल्द से जल्द और नाम बने उम्मीद हजारों की, जो पहले ही साहब हैं उन्हें साहब फिर बनाऊं तो कैसे। है हर घड़ी करने को कुछ न कुछ जिंदगी में, जो किताब हैं आफताब हैं उन्हें उनके बारे में बताऊं तो कैसे। है प्रार्थना बस इतनी की हर पल मुस्कराहटों का साथ हो, कोई पल कभी भी न कैसे भी उदास हो। ना रहे अंधियारा हर पल उजालों का साथ हो, जो हैं खुदवा खुद पूरा उपन्यास उन्हें कुछ शब्दों में समेट लाऊं तो कैसे। ©Consciously Unconscious #rain Happy Birthday bhaiya.... 16 Dec 2021 aapko saari ki saari khushiyan mile duniya ki.. bahut lambi wali umra bhi.... 1000000000000000000000000000000