जो प्राप्त है उसको पर्याप्त समझा जाये! प्रारंभ को ही अब समाप्त समझा जाये!! जो लोग अपनी बातों से मुकर जाते हैं! ऎसे लोगों को फिर बर्खास्त समझा जाये!! ©अंजान #अंजान #पर्याप्त