एक अरसा हो चला है, हमको अब आज़ाद हुए, कैद हैं फिर भी इस कदर, कि हौंसले सब वीरान हुए, छोड़ा संविधान को पीछे, नकारा हर एक बार हुए, उंगली थाम इंसानियत की, धंधे अब तमाम हुए, भूल जा नफ़रत के मंजर को, दंगे बहुत बार हुए, एक अरसा हुआ आज़ादी को और, एक अरसा हुआ इंसान हुए -दीर्घा This republic day #Chalo_Insaan_Bane #republicday #india #71strepublicday #bharat