पथ नयनों का बनाकर संताप वापस प्रातः की ओस लेगा छिप जाओ भले ही किसी गर्त में वो तुमको कहीं भी खोज लेगा अंतरिक्ष आंनद का मिटा देगा चुरा जीवन का आलोक लेगा हटाकर आवरण उत्सव का हर्ष का कोलाहल सोख लेगा खींचकर तुम्हें नेपथ्य में छीन रंगमंच का आमोद लेगा सुख के बादल छटेंगे जब दुःख तुमसे प्रतिशोध लेगा.. ©KaushalAlmora #सुख_दुःख #रोजकाडोजwithkaushalalmora #365days365quotes #yqdidi #yqbaba #poetry #life #lifelessons