कोरे कागज सा मन अब नहीं होता किसी से बाबस्ता रहने का भरम नहीं होता बहारें होंगी तो पंछी आएंगे ही उनके आने जाने से चमन नहीं रोता। #जयन्ती #yqhindi #yqdiary_love #yqquotes