ना कवियित्री ना लेखिका , हूँ मै बस भाव की गुलाम भाव को भाव से उतार दूँ काग़ज पर, हूं बस इतने की तलबगार !! ©Mahira mahi माहिरा ✍🏻✍🏻✍🏻 #WritersSpecial