*क्या बताऊँ आज क्या क्या मैं छुपाए बैठा हूँ??* तेरी हसीं इन आँखों में बसाए रखा हूं। तेरी खुशबु से ये दामन भिगा रखा हूँ! चाहा तो था दिल मे छुपा के रखूं तुझको। पर क्या करूँ,दिल मे पहले से एक तूफान छुपाए बैठा हूँ। क्या बताऊँ आज क्या क्या मैं छुपाए बैठा हूँ?? तेरी बातों की रवानी तेरी आरज़ू की कहानी वो बारिश वाली जवानी चाहा तो था दिल मे छुपा के रखूं तेरी हर एक ज़ज्बात। *पर क्या करूँ,दिल मे पहले से एक आग छुपाए बैठा हूँ।* ©Anand Kumar #आग #तूफान #छिपा #sunkissed