पलक झपकते ही गुज़र जाते हैं दिन आज रविवार है, छुट्टी की ख़ुशी मना लें! बहुत दिन से ठीक से बात तक नहीं हुई कुछ पल साथ सुकून से इसी बहाने जी लें चलो आज लहरों संग अठखेलियाँ खेलें प्रेम सागर में प्रीत भरी कश्तियाँ खे लें! वादा!इस साल हर हाल हम रहेंगें खुशहाल ज़िंदगी का भरोसा नहीं बस आज में जी लें! पलक झपकते ही गुज़र जाते हैं दिन आज रविवार है, छुट्टी की ख़ुशी मना लें! बहुत दिन से ठीक से बात तक नहीं हुई कुछ पल साथ सुकून से इसी बहाने जी लें चलो आज लहरों संग अठखेलियाँ खेलें प्रेम सागर में प्रीत भरी कश्तियाँ खे लें!