ना शौक़ था...हमे शेर और शायरी का.... वो आये मेरी ज़िंदगी मे...🤔 और में शायर बन गया... कुछ और ही था मैं उस से मिलने से पहले... अब सिर्फ और सिर्फ उसका क़ायल बन गया। तो क्या हुआ अब मेरी उस से बातचीत नही होती... लिखू में अपने कलम से हर लफ्ज़ उसके लिये... जिसके लिए मैं शायर बन गया... जिसके लिए मैं शायर बन गया....🙏 न शौक़ था हमे शेर और शायरी का...#DulaniaWala#FarukhKhan#RollNo9🙏